केंवाच
परिचय – केंवाच की बेल चलती है और बीज सेम की तरह
होते है, फलियाँ भी सेम के समान होती हैं अंतर यह होता है कि केंवाच की फलियों के
ऊपर छोटे छोटे रोये होते है जिनके स्पर्स से अत्यन्त खुजली होती है |
उपयोग – यह अधिक वीर्य को उत्पन्न करती है |
धातु पुष्टकरक, स्तम्भक, बाजीकरण और बल करक हैं |
इसके पत्तों का रस निकालकर उसमे थोड़ी मात्रा में काली
मिर्च डालकर पिलाने से पेट के कृमि मर जाते है |