हिंदी - कालादाना ,
संस्कृत – कृष्ण बीज ,
परिचय – यह लता जाती की बनस्पति है | पंजाब में इसे काहलिया कहते है | इसका
आयुर्वेद के प्राचीन ग्रन्थों में उल्लेख नहीं मिलता है |
उपयोग – यह पेट के कीड़ो और घावों के कीड़े को बाहर निकलता है शरीर पर पड़े हुए
चट्टो को दूर करता है |
दस्तावर दवा
सोंठ के साथ सेवन करने से पतले दस्त बंद हो जाते है और मल बंधा हुआ आता है |
अन्य
प्रयोग
काला दाना एक तोला, सोंठ एक तोला इन दोनों का चूर्ण सेवन करने से सिर दर्द,
ज्वरादी रोगों में लाभ होता है |
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