Sunday, 1 November 2015

कालादाना (kaladana)


             हिंदी - कालादाना ,
             संस्कृत – कृष्ण बीज ,
                    


परिचय – यह लता जाती की बनस्पति है | पंजाब में इसे काहलिया कहते है | इसका आयुर्वेद के प्राचीन ग्रन्थों में उल्लेख नहीं मिलता है |

उपयोग – यह पेट के कीड़ो और घावों के कीड़े को बाहर निकलता है शरीर पर पड़े हुए चट्टो को दूर करता है |

              दस्तावर दवा
सोंठ के साथ सेवन करने से पतले दस्त बंद हो जाते है और मल बंधा हुआ आता है |

              अन्य प्रयोग
काला दाना एक तोला, सोंठ एक तोला इन दोनों का चूर्ण सेवन करने से सिर दर्द, ज्वरादी रोगों में लाभ होता है |

No comments:

Post a Comment